Connect with us

बॉलीवुड न्यूज

महेश और Pooja Bhatt शराब की लत कैसे छोड़ी, खुद बताई इमोशनल और इंस्पायरिंग कहानी

Published

on

मानसिक स्वास्थ्य और नशे की आदत का सामना करने वालों के इलाज के लिए “समर्पण” आशा की एक किरण के रूप में उभर कर आया है। पुणे में स्थित समर्पण भारत का पहला रिहैब सेंटर है जो नशा-मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण सेवाओं को शामिल करता है। समर्पण पूरी तरह से मरीज की पहचान गोपनीय रखते हुए, स्वास्थ्य, योग, उचित आहार और ध्यान पर विशेषज्ञ के मार्गदर्शन द्वारा मनोचिकित्सा और काउंसिलिंग के मिश्रण के माध्यम से समस्या का समाधान करना चाहता है।
चीफ गेस्ट महेश भट्ट और पूजा भट्ट ने पुणे में नशा मुक्ति के लिए रिहैब सेंटर “समर्पण” का लांच किया। यहां गेस्ट ऑफ ऑनर नरेंद्र ए बलडोता थे जो बलडोता ग्रुप के सीएमडी हैं।महेश भट्ट,पूजा भट्ट और नरेंद्र ए बलडोता ने रिबन काटकर समर्पण का ऑफिशियल लांच किया। डॉ राहुल बाजपाई ने यहां महेश भट्ट और पूजा भट्ट के आने पर उनका शुकिया अदा किया। डॉ अज़हर हकीम ने समर्पण का आईडिया कैसे आया इस बारे में बताया। मार्टिन पीटर्स ने वर्ल्ड क्लास रिहैब प्रोग्राम के बारे में उपस्थित लोगों को बताया। 28 दिनों के इस प्रोग्राम में नशे के आदी को पुणे के इस रिहैब सेंटर में रहना होगा जहां उनका विश्व स्तर पर इलाज होगा।
महेश भट्ट ने यहाँ कहा कि समर्पण उम्मीद की एक नई रौशनी है। सफलता और शोहरत की ऊंचाई पर पहुचने के बाद भी मुझे एक खालीपन का एहसास हुआ था, और मुझे शराब की आदत लग गई थी। लेकिन एक दिन जब मेरी दूसरी बेटी शाहीन का जन्म हुआ, मैं घर पर शराब पीकर लौटा। मुझे याद है कि मैंने अपनी बेटी को गोद मे लिया, तो उसने अपना मुंह फेर लिया क्योंकि मेरा मुंह महक रहा था। और उस एक लम्हे ने मेरी ज़िंदगी बदल कर रख दी। उस के बाद अब तक 34 साल हो गए हैं, मैंने शराब की एक घूंट नही ली। मैं जब फ़िल्म डैडी की शूटिंग कर रहा था तो एक बार मुझे लगा कि मैं शराब पी लूं किसी को मालूम नही होगा। लेकिन फिर अंदर से एक आवाज आई कि तुम दुनिया से, उस छोटी बच्ची से तो झूठ बोल लोगे मगर खुद से कैसे झूठ कहोगे। इसलिए शराब से छुटकारे के लिए आपको खुद कदम उठाना होगा, मजबूत इरादा करना होगा। मैं बहुत खुश हूं कि राहुल बाजपाई ने समर्पण जैसे सेंटर को शुरू किया। राहुल बाजपाई ने मुझे और पूजा को इस प्रोग्राम के उदघाटन के लिए इसलिए नहीं बुलाया कि हम सेलेब्रिटीज हैं बल्कि हम ने शराब की बुरी लत और आदत को झेला है। दर्द से ही मोती निखरता है। मैं समर्पण जैसी सुविधा को लांच करने के लिए इससे जुड़े तमाम लोगों को बधाई देता हूं।
पूजा भट्ट ने बताया कि आम तौर पर लोग मेरा परिचय ऎक्ट्रेस, फिल्ममेकर और एक्टिविस्ट के रूप में करवाते हैं। लेकिन मैं यह कहना चाहती हूं कि लोग कहें कि पूजा भट्ट ने शराब की लत छोड़कर खुद को रिकवर किया है। लोग मुझे फ़िल्म डैडी की वजह से याद करते हैं जिसमे मैंने एक ऐसी लड़की का रोल किया था जिसके पिता शराबी होते हैं। रियल लाइफ में पिता महेश भट्ट के एक मोबाइल मैसेज ने मेरी ज़िंदगी बदल कर रख दी। मैं शराबी थी और भट्ट साहेब ने मुझे मैसेज किया तुम मुझसे प्यार करती हो तो तुम अपने आप से प्यार करो। क्योंकि मैं तुम में रहता हूं। उस दिन मैं इमोशनल हो गई और मैंने शराब छोड़ दी। मैं ने शराब पीने की लत छोड़ी है और मुझे इस पर गर्व है।
पूजा भट्ट यह कहते कहते काफी इमोशनल हो गई। उन्होंने आगे कहा कि मैंने शराब पीने की आदत के बारे में स्वीकार किया लेकिन लोग यह करते ही नही है। हम लोग घर की बात बाहर नहीं बोलना चाहते, छुपाना चाहते हैं। अगर औरत का पति उसे पीटता है तो अक्सर लोग कहते हैं कि आप सह लो आपकी किस्मत है यह। औरतें छुपकर पीती हैं तो रिकवरी कैसे होगी। जब कोविड काल चल रहा था तो उसी समय मारने पीटने, एक दूसरे को बेइज्जत करने, मेंटल हेल्थ, डिप्रेशन, आत्महत्या के मामले और बढ़ गए थे। सुशान्त सिंह राजपूत के मामले को जिस तरह से दिखाया गया लोग डर गए थे कि हम हेल्प कैसे मांगेंगे हमें तो अपराधी मान लिया जाएगा। समर्पण जैसे सेंटर की आज सख्त जरूरत है। आप शराबी है तो आप क्रिमिनल नही है। शराब की आदत रखना दरअसल एक बीमारी है और इसका बाकी बीमारियों की तरह इलाज होना चाहिए बिना किसी शर्म के।हमें इस तरह के सेंटर की जरूरत है। ऐसा न हो कि सिर्फ यही एक ऐसा सेन्टर हो, बल्कि और भी बनाए जाएं।
आपको बता दें कि भारत में वयस्कों, बच्चों और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर लंबे समय से उपेक्षा की गई है। यूनिसेफ के अनुसार, 21 देशों के एक सर्वेक्षण में, भारत में केवल 41 प्रतिशत युवाओं ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सपोर्ट लेना अच्छा है, जबकि 21 देशों के लिए यह औसत 83 प्रतिशत है। सरकार द्वारा कई नीति में स्तरीय सुधार किए गए हैं, और इस मुद्दे से बेहतर तरीके से निपटने के प्रयास जारी हैं। इस मामले में रुकावट क्या है, विश्लेषण से यह पता चलता है कि मानसिक स्वास्थ्य के नजरिये में सुधार के लिए हस्तक्षेप राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य नीति के दायरे से परे है और भारत के पब्लिक स्वास्थ्य देखभाल सिस्टम को पुनर्जीवित करने के लिए मजबूत नीति वार्ता और इसमे सुधार की जरूरत है। आपको जानकर हैरत होगी कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवंटित बजट कुल स्वास्थ्य देखभाल बजट का 0.05 प्रतिशत है। जबकि विकसित देशों में मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवंटित कुल स्वास्थ्य देखभाल बजट का औसत प्रतिशत कम से कम 5 प्रतिशत होता है। किसी भी समय, लगभग 5 करोड़ भारतीय बच्चे मानसिक विकारों से पीड़ित होते हैं। बाल और किशोर मानसिक विकारों का अनुमानित आंकड़ा 12.1% है।
मानसिक बीमारी और नशे की आदत से पीड़ित लोग आमतौर पर खुद को उन चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ पाते हैं जो जीवन उन के सामने लेकर आता है और अपने निजी खोल में खुद को सीमित कर लेते हैं। यह हार मान लेने की बात सामाजिक कौशल, प्रोफेशनल प्रदर्शन को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है और पारिवारिक संबंधों पर भारी दबाव डालती है। भारत के आकार और इसकी आबादी में विविधता को मानसिक स्वास्थ्य की तत्काल आवश्यकता के साथ जोड़कर देखते हुए, इस वक्त इस मामले में हस्तक्षेप करने और जहां तक ​​संभव हो बदलाव लाने के लिए, “समर्पण” जैसे एक अच्छी तरह से बनाए गए और काफी फंड लगे हुए संस्थान की तुरंत आवश्यकता है।
समर्पण ऐसे लोगों में पूरी तरह का बदलाव लाना चाहता है। मानसिक अवरोधों को दूर करने में उनकी मदद करना; एक सहायक इको सिस्टम प्रदान करना; सकारात्मकता और उम्मीद की भावना का संचार करना; और यह सुनिश्चित करना कि वे एक बार फिर से जीने के लिए अपने उत्साह को बढ़ाएंगे। संक्षेप में कहा जाए तो, समर्पण का वादा उन्हें ‘ज़िंदगी में वापस’ लाने का है। ऐसे लोगों की तबियत को ठीक करने के लिए मुख्य प्रोग्राम योग, माइंडफुलनेस, मेडिटेशन के साथ-साथ शारीरिक चिकित्सा का पर्सनल सेशन है।
फिलहाल भारत में प्रति 100,000 की आबादी पर 0.75 मनोचिकित्सक हैं, जबकि यह संख्या प्रति 100,000 पर 3 मनोचिकित्सकों से ऊपर होनी चाहिए। 1.4 बिलियन लोगों के लिए लगभग 1,000 मनोवैज्ञानिक और 30,000 सामाजिक कार्यकर्ता हैं। यहां मरीज के परिवार के साथ सेशन भी आयोजित किए जाते हैं ताकि उन्हें भी इस मे शामिल किया जा सके और नशे की लत और रिकवरी की प्रक्रिया के बारे में उन्हें सूचित किया जा सके। विश्व स्तरीय रिहैब सुविधा में अपने एडिक्शन पुनर्वास के साथ, समर्पण अनुभवी सलाहकारों के मार्गदर्शन में एक विशेष, निजी वातावरण में मनोचिकित्सा, स्वास्थ्य परामर्श और योग के संगम के जरिये उपचार करता है।
बलदोटा भवन चर्चगेट में स्थित एक काउंसिलिंग सेंटर, प्री और पोस्ट, रिहैब-रिकवरी प्रोग्राम और अन्य ओपीडी सेवाओं को एक बेहतर निजी माहौल में संचालित करता है।
इस सेंटर के उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक-लेखक-निर्माता महेश भट्ट और उनकी बेटी-अभिनेत्री-फिल्म मेकर पूजा भट्ट शामिल हुई। पिता-पुत्री की जोड़ी ने न केवल इस रिहैब सेंटर को अपना सपोर्ट दिया बल्कि नशे की आदत से लेकर नशामुक्ति तक की अपनी यात्रा को भी शेयर किया।
सबसे अच्छा नतीजा देने के लिए, समर्पण के पास सर्टिफाइड मनोवैज्ञानिकों और क्लिनिकल मनोचिकित्सकों की एक मल्टीनेशनल टीम है। साथ ही यहां अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में प्रशिक्षित काउंसलर्स की भी एक योग्य टीम है, जो स्वास्थ्य देखभाल और वेलनेस एक्सपर्ट के रूप में प्रशिक्षित हैं।

Continue Reading
Advertisement
Click to comment

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

बॉलीवुड न्यूज

‘मुंबई ग्लोबल’ का २२वां पुरस्कार सम्मान समारोह ‘हिन्दुस्तान रत्न अवार्ड २०२४’ सफलतापूर्वक संपन्न

Published

on

WhatsApp Image 2024 12 01 at 11.46.03
मुंबई ग्लोबल द्वारा आयोजित २२वें पुरस्कार/ सम्मान समारोह में ‘हिन्दुस्तान रत्न अवार्ड २०२४’ गत् दिनों मुक्ति कल्चरल हॉल, मॉडल टाउन, अंधेरी पश्चिम, मुंबई में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ रायपुर (छत्तीसगढ़) के प्रख्यात चिकित्सक, कलाकार और समाजसेवी डॉ० अजय सहाय ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी अभिजीत राणे थे। वरिष्ठ पार्श्व गायक उदित नारायण, एक्टर प्रोड्यूसर धीरज कुमार, डायरेक्टर रुमी जाफरी, एक्टर दीपक पाराशर और अर्जुमन मुग़ल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 

कला, विज्ञान, समाज सेवा व अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जानेवाला यह अवार्ड ‘मुंबई ग्लोबल’ पत्र समूह के प्रकाशक व संपादक राजकुमार तिवारी द्वारा आयोजित किया जाता है। व्यवस्था एवं आयोजन में सक्रिय रहे वरिष्ठ फ़िल्म प्रचारक, फिल्म पब्लिसिस्ट और फ़िल्म निर्माता पुनीत खरे
‘हिन्दुस्तान रत्न अवार्ड २०२४’ से सम्मानित व्यक्तियों में प्रमुख नाम हैं –
निर्देशक नीरज सहाय व आर पी शर्मा, पॉप सिंगर गोल्डकिंग बलजीत सिंह व नितिन रॉक्स, सिंगर एक्टर नितिन राजपूत, एक्टर कमाल मलिक व रवि यादव, एक्टर मॉडल रिविका मणि व काजल सोलंकी, एक्ट्रेस हिमानी पाठक, डांस डायरेक्टर नेहा कोरे, मॉडल एक्ट्रेस सना खान, लीना कपूर, पूजा पांडेय, स्वागता बोस तथा मॉडल बिजनेस वूमन ज़ाहिरा शेख व रेणुका चौगले तथा बिजनेस वूमन व अभिनेत्री सुनीता बावा। इनके अतिरिक्त अंक ज्योतिष विशेषज्ञा रवीन्दर के कौर और बाल कलाकार ध्रुव राज चंद्रन।
इनके अलावा फैशन डिजाइनर मुनमुन चक्रवर्ती व रितु गोयल तथा हिन्दुस्तानी रत्न अवार्ड की ब्रांड एम्बेसडर प्रह्वि पाठक के नाम भी शुमार हैं। कुछ अन्य लोग जो सम्मानित हुए, उनमें प्रमुख हैं -+ मोहन शिंदे, शहनाज़ खान, लवकुश कुमार सिंह, चन्द्र प्रकाश निर्वाण, वैष्णवी निकम और डॉ० वैभव अंढारे।
इसी मंच पर कुछ सुंदरियों को मिस एवं मिसेज का क्राउन पहनाया गया। मिस हिन्दुस्तानी गोल्ड विनर सपना सिंह बनीं। डिंपल क्वीन शिखा को मिस ग्लोबल इंडिया प्लैटिनम विनर तो प्रियंका डे को मिस ग्लोबल इंडिया डायमंड का ताज पहनाया गया। जयश्री पाटिल मिसेज ग्लोबल इंडिया चुनी गई।
रनवे मॉडल के रूप में सम्मानित युवतियों के नाम हैं – पूजा राव, अन्नू सिंह, रुखसार खान और एरम सामी।

Continue Reading

बॉलीवुड न्यूज

Delhi Bus Trailer: दिल्ली की दिल दहला देने वाली घटना की याद दिला देगी फिल्म, एक्टर ताहिर कमाल बोले- सेंसर सर्टिफिकेट मिलने में 6 साल लग गए……………………………….

Published

on

WhatsApp Image 2024 11 24 at 15.18.12

मुंबई 24 नवंबर 2024 !16 दिसंबर 2012 की एक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। चलती बस में एक लड़की के साथ जिस तरीके से दरिंदगी की गई। उसने हमारे समाज को शर्मसार कर दिया। बतादें कि यह फिल्म पिछले 6 वर्षों से सेंसर में फंसी थी। अब इसे सेंसर ने पास कर दिया है।

फिल्म दिल्ली बस’ उसी घटना की याद दिलाती है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ है।1 मिनट 43 सेकेंड के ट्रेलर को देख कर निर्भया कांड की याद आ जाती है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि रात में एक कपल दिल्ली की सड़क पर
बाइक खराब हो गई है। वे दूसरे साधन की तलाश करते हैं। इसी दौरान उन्हें एक ऑटो रिक्शा वाला मिलता है, लेकिन ऑटो रिक्शा वाला ठंड का बहाना बनाकर उन्हें ले जाने से मना कर देता है। इसके बाद एक बस उन्हें खुद ही रोककर लिफ्ट देती है, जिसमें पहले से 6 लोग मौजूद रहते हैं। बस में युवती को देख वे बेकाबू हो जाते हैं, इसके बाद वो दरिंदे इस विभत्स घटना को अंजाम दे देते हैं।

शरीक मिन्हाज के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में शाहिद कपूर की मां नीलिमा आजमी के अलावा ताहिर कमाल खान ,अंजन श्रीवास्तव, आज़ाद हुसैन, दिव्या सिंह ,जावेद हैदर ,शीश खान और विक्की आहूजा की प्रमुख भूमिका है।

फिल्म के बारे में बातचीत करते हुए डायरेक्टर शरीक मिन्हाज ने कहा- यह फिल्म उस लड़की को श्रद्धांजलि है जो 2012 में हुए बर्बर गैंगरेप के बाद पूरे देश में निर्भया के रूप में जानी गई। इस फिल्म हम निर्भया को समर्पित करना चाहेंगे। निर्भया ने अपनी जिंदगी और सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी। हम उसे इस फिल्म के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस फिल्म के जरिए हम समाज में बदलावा लाना चाहते हैं। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और समस्याओं को उजागर करना चाहते हैं।

Advertisement

फिल्म में खास किरदार निभा रहे एक्टर ताहिर कमाल खान ने कहा- इस फिल्म के माध्यम से हमने सच्चाई दिखाने की कोशिश की है। फिल्म के कुछ दृश्यों को लेकर सेंसर बोर्ड को आपत्ति थी। हमने इसके लिए कड़ी लड़ाई लड़ी। अब फिल्म को 6 साल के बाद सेंसर सर्टिफिकेट मिला है।

इस फिल्म के निर्माता विपुल शाह, सह-निर्माता तारिक खान हैं। फिल्म 29 नवंबर 2024 को रिलीज होगी। प्रचारक संजय भूषण पटियाला है।

Continue Reading

बॉलीवुड न्यूज

नागा चैतन्य को जन्मदिन के अवसर पर टीम तंडेल* ने जारी किया नया पोस्टर

Published

on

WhatsApp Image 2024 11 23 at 14.40.14

युवा सम्राट नागा चैतन्य की फ़िल्म तंडेलइस समय चर्चा का विषय बनी हुई है,फिल्म के पहले गाने बुज्जी थल्ली के रिलीज़ होने के बाद से लोगों की उत्सुकता काफी बढ़ गई है। रॉकस्टार देवी श्री प्रसाद द्वारा रचित यह गाना जल्द ही म्यूज़िक चार्ट में टॉप पर है ,तुरंत हिट हो गया। साई पल्लवी के साथ नागा चैतन्य पर फिल्माया गया यह गाना एक मधुर कृति है जिसने दर्शकों के दिलों को छू लिया है और फ़िल्म के संगीतमय सफ़र के लिए एक चार्टबस्टर टोन सेट किया है।

नागा चैतन्य को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देते हुए तंडेल के निर्माताओं ने एक दमदार पोस्टर जारी किया है। अपने हाथ में एक भारी लंगर पकड़े हुए, नागा चैतन्य एक भयंकर बारिश के बीच एक जहाज़ पर खड़े नज़र आ रहे हैं, उनकी तीव्र अभिव्यक्ति और शक्तिशाली रुख़ ख़तरे और दृढ़ संकल्प की भावना को व्यक्त कर रहा है। यह विशेष एक्शन सीक्वेंस फ़िल्म के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक होने जा रहा है।

नागा चैतन्य घनी दाढ़ी और लंबे बालों के साथ एक रॉ और खुरदुरे लुक में नज़र आ रहे हैं, और वे अपने दमदार अभिनय से प्रशंसकों को प्रभावित करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जिस तरह से उन्होंने तंडेल में राजू की भूमिका निभाई है, उसे भारतीय सिनेमा में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

वास्तविक घटनाओं से प्रेरित इस फ़िल्म का निर्माण बनी वास ने प्रतिष्ठित गीता आर्ट्स बैनर के तहत किया है और इसे अल्लू अरविंद ने प्रस्तुत किया है। शमदत ने कैमरा संभाला है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता तकनीशियन नवीन नूली संपादक हैं। श्रीनागेंद्र तंगला प्रोडक्शन डिज़ाइनर हैं।

Advertisement

फ़िल्म तंडेल* 7 फरवरी को रिलीज़ होने वाली है और टीम इस फिल्म के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

Continue Reading

Trending

    Copyright © 2017 Zox News Theme. Theme by MVP Themes, powered by WordPress.