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नवरात्रि पर, एण्डटीवी के कलाकारों ने ‘नारी के नौ रूप‘ के बारे में की बात
नवरात्रि पर, एण्डटीवी के कलाकारों ने ‘नारी के नौ रूप‘ के बारे में की बात

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3 वर्ष agoon
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NK Moosvi
नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक मनाया जाता है और यह बुराई पर अच्छाई की जीत तथा अधर्म पर धर्म की फिर से स्थापना करने का प्रतीक है। यह पावन पर्व नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता एवं पवित्रता लेकर आता है। नारी शक्ति को समर्पित इस पवित्र उत्सव का जश्न मनाते हुये एण्डटीवी की अभिनेत्रियों ने नवरात्रि के नौ दिनों की अहमियत बताई और नारी के नौ रूपांे, जिनकी पूजा की जाती है, पर बात की। इन अदाकाराओं में शामिल हैं, ‘दूसरी माँ‘ की नेहा जोशी (यशोदा), निधि उत्तम (माला), अनीता प्रधान (मालती देवी), ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कामना पाठक (राजेश सिंह), हिमानी शिवपुरी (कटोरी अम्मा), सपना सिकरवार (बिमलेश) और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी), विदिशा श्रीवास्तव (अनीता भाबी) और सोमा राठौड़ (अम्माजी)।
एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ में यशोदा का किरदार निभा रहीं नेहा जोशी ने कहा, ‘‘नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री, जिन्हें देवी पार्वती के नाम से भी जाना जाता है, की पूजा की जाती है। देवी पार्वती को हिमालय की पुत्री माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि उनकी पूजा करने से जीवन में अत्यधिक चेतना, उत्साह, कामयाबी एवं खुशी आती है। वह प्रकृति मां का सम्पूर्ण रूप हैं। इस दिन देवी को प्रसन्न करने एवं खुशी तथा प्रसन्नता जाहिर करने के लिये लोग पीले रंग के परिधान पहनते हैं। मेरे होमटाऊन में हम देवी के चरणों में शुद्ध घी अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी को शुद्ध घी अर्पित करने से माता प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को रोगों एवं बीमारियों से मुक्त जीवन का आशीर्वाद देती हैं।‘‘ एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश सिंह ऊर्फ कामना पाठक ने कहा, ‘‘नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन हमें अपनी आंतरिक दिव्यता का पता लगाने का प्रयास करना चाहिये और मेडिटेशन अथवा ध्यान के माध्यम से आध्यात्मिक जागृति को जगाना चाहिये। देवी का यह स्वरूप समर्पण, प्रेम एवं निष्ठा को व्यक्त करता है। इसलिये उस ऊर्जा को प्रसारित करने के लिये हर दिन हरे रंग के वस्त्र पहने जाते हैं।‘‘ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अंगूरी भाबी की भूमिका अदा कर रहीं, शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘‘देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप मां चंद्रघंटा के नाम से प्रसिद्ध है। वह ग्रे रंग के परिधान पहनती हैं और मस्तक पर अर्द्धचंद्र धारण करती हैं। वह अपने भक्तों को मुसीबत में डालने वालों से संघर्ष करने और उनका संहार करने के लिये तैयार रहती हैं। वह शेर की सवारी करती हैं और ऐसी माना जाता है कि अपने इस रूप में माता रानी सभी दुष्टों और दुराचारियों का नाश करती हैं। इस क्रोधायुक्त देवी को प्रसन्न करने के लिये उन्हें दूध, मिठाई या खीर का भोग लगाया जाता है।‘‘
एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ में माला बनीं निधि उत्तम ने कहा, ‘‘नवरात्रि के चैथे दिन देवी कूष्माण्डा की उपासना की जाती है। कूष्मांडा का अर्थ होता है कुम्हड (कद्दू)़। यह एक सब्जी का नाम है और ऐसा माना जाता है कि इस सब्जी में जीवन को अवशोषित एवं उत्सर्जित करने की शक्ति होती है। देवी की चमक और उनके पास मौजूद दिव्यता सूर्य को प्रकाशित करती है। उन्हें ‘प्रसन्नचित्त देवी‘ भी कहा जाता है, जोकि जुनून, क्रोध एवं शुभता का प्रतीक हैं। इसलिये इस देवी को प्रसन्न करने के लिये भक्तजन नारंगी रंग के वस्त्र पहनते हैं।‘‘ हिमानी शिवपुरी, जोकि एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में कटोरी अम्मा का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, ‘‘नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता की उपासना की जाती है और यह एक मां की शक्ति का प्रतीक हैं। देवी पार्वती का यह रूप भगवान कार्तिकेय की माता के रूप में है। अपनी गोद में शिशु को विराजित कर वह मातृत्व को प्रदर्शित करती हैं। देवी के इस स्वरूप की उपासना करने से भक्तों को ज्ञान, धन, शक्ति, समृद्धि और मुक्ति मिलती है। मेरा मानना है कि इस ब्रह्मांड की वह हर महिला, जोकि एक माँ है, देवी के इस रूप का प्रतीक हैं। एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी यानी कि विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘देवताओं की शक्ति से उत्पन्न हुईं कात्यायनी देवी ने महिषासुर का संहार किया था। वह दैवीय शक्ति का प्रतीक हैं, जो प्रकृति के संतुलन को पुनस्र्थापित करती हैं। नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है, जो आध्यात्मिक विकास की राह में बाधा बनने वाले हमारे आंतरिक शत्रुओं से छुटकारा दिलाने में हमारी मदद करती हैं। देवी कात्यायनी को पूजा के दौरान शहद चढ़ाया जाता है, क्योंकि ऐसा माना है कि उन्हें शहद पसंद है। कई श्रद्धालु माता को लाल पुष्प चढ़ाते हैं और इस दिन लाल वस्त्र पहनते हैं।‘‘
एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ में मालती देवी का किरदार अदा कर रहीं अनीता प्रधान ने कहा, ‘‘नवरात्रि के सातवें दिन यानी सप्तमी को देवी कालरात्रि की उपासना की जाती है। प्राचीन कथा के अनुसार, दानवों का संहार करने के लिये देवी ने अपनी त्वचा के रंग का बलिदान कर दिया और काला रूप धारण किया था। देवी कालरात्रि की चार भुजायें हैं और उन्होंने अपनी भुजाओं में तलवार, त्रिशूल और फंदा धारण कर रखा है। उनकी ललाट पर तीसरी आंख हैं और ऐसा कहा जाता है कि अपने इस नेत्र में उन्होंने पूरे ब्रह्मांड को समाया हुआ है। देवी दुर्गा का सबसे खतरनाक रूप, कालरात्रि उस अंधेरी रात का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो दुष्टों के संहार को प्रदर्शित करती है। नीला रंग देवी का पसंदीदा रंग है, जो देवी की शक्तिशाली ऊर्जा का प्रतीक है।‘‘ एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में बिमलेश का किरदार अदा कर रहीं, सपना सिकरवार ने कहा, ‘‘नवदुर्गा के आठवें स्वरूप को देवी महागौरी के नाम से जाना जाता है। देवी का यह स्वरूप अत्यंत सौम्य और खूबसूरत है एवं प्रकृति के शांत पहलू को प्रदर्शित करता है। महागौरी देवी पवित्रता, स्वच्छता, धीरज और शांति का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनकी उपासना करने से अपनी गलतियों को कम करने और उनका नाश करने में मदद मिलती है। इस दिन बैगनी रंग के परिधान पहनना शुभ माना जाता है।‘‘ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अम्माजी का किरदार निभा रहीं, सोमा राठौड़ ने कहा, ‘‘देवी का नवां रूप सिद्धिदात्री के नाम से विख्यात है। वह सिद्धि यानी कि परफेक्शन का प्रतीक हैं। देवी सिद्धिदात्री की उपासना से मस्तिष्क की जटिलताओं को दूर करने में मदद मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि उनमें अलौकिक उपचार की शक्ति होती है और वह भक्तों को असंभव को संभव बनाने में मदद करती हैं। पीकाॅक ग्रीन (मोर जैसा हरा रंग) इस दिन का शुभ रंग है। ऐसी मान्यता है कि अर्द्धनारीशवर शिव का आधा अंग देवी सिद्धिरात्री का ही है।‘‘
देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8ः00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर
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ऐसे शुरू हुआ भारतीय टेलीविजन का एक नया युग, जहाँ भारतीय टेलीविजन की सशक्त महिलाओं ने शुरू किया एक नया दौर
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2 वर्ष agoon
जुलाई 4, 2023By
न्यूज़ डेस्क
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टेलीविजन की महिलाओं के चित्रण को एक उल्लेखनीय परिवर्तन की मिसाल बनते देखा गया है। डरी-सहमी और आज्ञाकारी बहुओं का दौर अब पीछे छूट रहा है क्योंकि आधुनिकता को ध्यान रखते हुए अब स्वतंत्र महिलाएं समाज को कई नए और चौकाने वाले उदाहरण पेश कर रही हैं। अब टेलीविजन पर दर्शकों को ज्यादातर भारतीय समाज की बदलती गतिशीलता और सशक्त महिलाओं की कहानियों को पेश करता है। इतना ही नहीं दर्शकों द्वारा भी इन कहानियों को बहुत पसंद किया जा रहा है चूँकि इन महिलाओं ने दर्शकों को मोहित करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। आइए इस अविश्वसनीय परिवर्तन पर करीब से नज़र डालें, जिसने अपने किरदार के माध्यम से वास्तविक जीवन की महिलाओं को समान रूप से सशक्त बनाया है।
अनुपमा – अनुपमा के रूप में रुपाली गांगुली का किरदार हमेशा से महिलाओं की प्रसंशनीय सूची में सबसे ऊपर है, जो महिलाओं की ताक़त और स्वतंत्रता का एक खरा उदाहरण है। एक बेचारी महिला की कहानी के विपरीत, जब अनुपमा को अपने पति की बेवफाई का पता चलता है तो वह टूटती नहीं है। इसके बजाय, वह साहसपूर्वक अपने लिए खड़ी होती है और अपने परिवार के कड़े विरोध के बावजूद भी तलाक फाइल करने के लिए एक साहसी कदम उठाती है। अनुपमा एक ऐसा किरदार हैं जो न सिर्फ मजबूत है, बल्कि हर महिलाओं के लिए एक प्रेरक रोल मॉडल के रूप में काम करती है, उन्हें खुद के लिए वकालत करने और अपने सम्मान के लिए लड़ने के लिए प्रोत्साहित करती है। स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाला यह असाधारण शो इस बात का उदाहरण है कि कैसे महिला पात्र परंपराओं को तोड़ सकती हैं और विपरीत परिस्थितियों में अपनी असली ताकत की खोज करती हैं।
काव्या – प्रियंका धवले द्वारा अभिनीत काव्या शर्मा, का किरदार बहुत उल्लेखनीय है जो जीवन की चुनौतियों के माध्यम से दर्शकों को बहुत सी सीख दे रही हैं। अपने पति के ना होने के बाद, काव्या ने अपने दिवंगत पति के घर में शांति बनाए रखने के लिए अविश्वसनीय सहस को प्रदर्शित किया है। हालांकि, चाचा-चाची की साजिश के चलते, काव्या और उसकी दादी के बीच बढ़ती दरार को और बढ़ा देते हैं, जो उनके संघर्षों को और बढ़ाते हैं। इन बाधाओं के बावजूद, काव्या हर विपरीत परिस्थितियों से ऊपर उठती है और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करती है। उनका किरदार दर्शकों को प्रेरित करता है और उन्हें याद दिलाता है कि दृढ़ता और आंतरिक शक्ति से कुछ भी संभव है। ‘क्योंकि तुम ही हो’ के एपिसोड को देखना न भूलें, जो सोमवार से शनिवार, रात 9 बजे केवल शेमारू उमंग पर प्रसारित हो रहा है।
कथा – कथा एक सपोर्टिव परिवार के साथ रहने वाली एक विशिष्ट गृहिणी नहीं है, वह एक सिंगल माँ के रूप में सामने आती है जो कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद अपने बच्चे के लिए सब कुछ करती हैं। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन की कथा अनकही एक ऐसी महिला का शक्तिशाली चित्रण प्रस्तुत करती है जो सामाजिक अपेक्षाओं को पार करती है। एक कार दुर्घटना में अपने पति की दिल दहला देने वाली हानि के बावजूद, कथा एक माँ और रक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाती है। अदिति शर्मा का चरित्र इस कहानी में गहराई और प्रामाणिकता को पेश करता है, जिससे दर्शक भावनात्मक रूप से उसकी यात्रा से जुड़ सकते हैं। आप इस शो को मिस नहीं करना चाहेंगे, जिसकी स्ट्रीमिंग अब SonyLIV पर हो रही है।
अपराजिता – मैं हूं अपराजिता में श्वेता तिवारी का अपराजिता का किरदार प्रतिकूल परिस्थितियों में एक महिला की भावनाओं को पेश करता एक शक्तिशाली उदाहरण है। ज़ी टीवी पर प्रस्तुत फॅमिली ड्रामा एक ऐसी महिला के इर्द गिर्द घूमता है, जो उसके पति अक्षय द्वारा छोड़े जाने के बाद जीवन की कठिनाइयों का सामना करती है। अपनी तीन बेटियों को अकेले पालने की ज़िम्मेदारी उठाने के लिए छोड़ दी गई, अपराजिता न सिर्फ अपने बच्चों का सपोर्टिंग पिलर बनीं बल्कि उनकी प्रेरणा स्रोत भी बनी। अपराजिता की यात्रा सशक्तिकरण की है, क्योंकि वह समाज की न्यायिक दृष्टि से ऊपर उठती है और यह साबित करती है कि एक महिला सबसे कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ सकती है। दर्शक अब ZEE5 के साथ कभी भी और कहीं भी इस प्रेरक कहानी का अनुभव कर सकते हैं।
भावना – स्टार भारत पर दिल को छू लेने वाले ड्रामा सीरीज “आशाओं का सवेरा धीरे धीरे से” में रीना कपूर, भावना का किरदार निभा रही हैं जो एक विधवा महिलाओं का कहानी को बयां करता है जो समाज और अपने ही परिवार द्वारा दिए है कई दर्द से गुजरती हैं। शो में भावना का जीवन अपने पति की मृत्यु के बाद एक दुखद मोड़ लेता है, जिससे वह असुरक्षित स्थिति में आ जाती है और अपने दिन-प्रतिदिन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए संघर्ष करती है। जीवन की कठोर वास्तविकताओं का सामना करते हुए वो एक मजबूत, स्वतंत्र महिला के रूप में उभरकर आती है। दर्शक भावना के सशक्तिकरण के सफर को भी देख कर सकते हैं क्योंकि यह शो डिज्नी+हॉटस्टार पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध है।
मन को दुखी कर देने वाली कहानियों के साथ, व्यक्तिगत परीक्षणों से गुजरने और सामाजिक पूर्वाग्रहों को निडरता से चुनौती देने तक, यह निडर महिलाएं, महिला सशक्तिकरण का एक खरा उदाहरण पेश कर रही हैं, जो दर्शकों को बाधाओं पर विजय पाने और अपनी नियति बनाने को लेकर हमें प्रेरणा देती हैं। टेलीविजन में इस उल्लेखनीय विकास के साथ, प्रमुख महिलाएं अब रोमांटिक कहानियों तक ही सीमित नहीं हैं। चलिए हम इनकी कहानियों को देखना और इनसे प्रेरित होना जारी रखें
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आसिफ शेख ने वाराणसी में अपने पुरखों की हवेली में मनाई जाने वाली ईद के खूबसूरत लम्हों को याद किया
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2 वर्ष agoon
जुलाई 3, 2023By
न्यूज़ डेस्क
एण्डटीवी के शो ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के विभूति नारायण मिश्रा, यानि आसिफ शेख बहुत खुश हैं और ईद का त्यौहार मनाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़ने से लेकर अपने प्यारे परिवार और दोस्तों के साथ अनमोल पल बिताने तक, त्यौहार की हर तैयारी सावधानी से की गई है। आसिफ की गुजरी यादें ताजा हो जाती हैं, जब वे जीवंत शहर वाराणसी में अपने पुरखों के घर पर मनाई जाने वाली शानदार और यादगार ईद को याद करते हैं। ईद के त्यौहार को लेकर वह प्रसन्नता से कहते हैं, ‘‘छोटे कस्बों और शहरों मैं त्यौहारों का जादू ही अलग होता है! त्यौहार के दिन को सचमुच असाधारण बनाने के लिये पूरे दिल से जिस समर्पण के साथ कोशिशें की जाती हैं, उन्हें देखना अपनेआप में खुशी देता है। वाराणसी की मेरे दिल में खास जगह है, क्योंकि वह मेरे पैरेंट्स के पुरखों का घर है और मेरे पास हमारे प्यारे दादाजी की हवेली में होने वाले भव्य उत्सव की यादें हैं। हमारा बड़ा परिवार था और हम दूर-पास के रिश्तेदारों और दोस्तों का हार्दिक स्वागत करते थे और सैकड़ों लोग जमा हो जाते थे। पूरा दिन खाने-पीने में बीतता था और सुबह से लेकर शाम तक खूब सारा स्वादिष्ट खाना तैयार रहता था। हमारे बड़े-बुजुर्ग हमें प्यार से ईदी देते थे और 1980 के दशक की वह प्यारी यादें मेरे दिलोदिमाग पर इस तरह छाई हैं कि मानो कल ही की बात हो। जश्न मनाने का तरीका बहुत बदल गया है, लेकिन एकजुटता और उत्सव का भाव अब भी वैसा ही उत्साह रखता है।’’
इस साल के जश्न के बारे में आसिफ शेख ने बताया, ‘‘त्यौहार मेरे दिल को असली खुशी से भर देते हैं! वे खुशियों और एकजुटता के अनमोल पल होते हैं, जब आप अपने प्रियजनों से मिलते हैं और मुँह में पानी लाने वाले व्यंजनों पर टूट पड़ते हैं। आने वाली ईद भी अलग नहीं होगी! मैं घर पर रहूंगा, अपने प्यारे परिवार और दोस्तों के साथ और हम शीर कुरमा और खुशबूदार बिरयानी का आनंद लेंगे। इतना ही नहीं! ‘भाबीजी घर पर हैं’ के मेरे चहेते परिवार के बिना मेरे लिये कोई त्यौहार पूरा नहीं होता है। इस शो का सेट मेरा दूसरा घर बन गया है और पूरा क्रू मुझे मेरे बड़े परिवार की तरह लगता है। हर साल की तरह मैं उन्हें घर की बनी स्वादिष्ट बिरयानी का लुत्फ दूंगा, जिससे त्यौहार की खुशी और स्वाद बढ़ जाएगा। तो आइये, त्यौहार शुरू करते हैं!’’
आसिफ शेख को ‘भाबीजी घर पर हैं’ में विभूति नारायण मिश्रा की भूमिका में देखिये, हर सोमवार से शुक्रवार रात 10ः30 बजे, सिर्फ एण्डटीवी पर
मनोरंजन
एण्डटीवी के शो ‘दूसरी माँ’ ने 200 एपिसोड पूरे करने की उपलब्धि का जश्न मनाया!
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2 वर्ष agoon
जुलाई 3, 2023By
न्यूज़ डेस्क
यह जश्न मनाने का वक्त है, क्योंकि एण्डटीवी के शो ‘दूसरी माँ‘ ने 200 एपिसोड पूरे करने की उपलब्धि हासिल कर ली है! यह शो पिछले साल लाॅन्च हुआ था और इसमें उत्तर प्रदेश में अपने पति, दो बेटियों और ससुराल वालों के साथ रह रही एक महिला की कहानी दिखाई गई है। उसकी खुशहाल और सूकून से भरी जिंदगी में उस समय एक भूचाल आ जाता है, जब वह और उसका पति अनजाने में अपने (पति के) नाजायज बेटे को गोद ले लेते हैं। दिल को छू लेने वाले इस फैमिली ड्रामा ने बड़ी जल्दी दर्शकों के दिल को जीत लिया है और एण्डटीवी पर उनका चहेता शो बन गया है! नेहा जोशी (यशोदा), आयुध भानुशाली (कृष्णा), मोहित डागा (अशोक) और दर्शन दवे (रणधीर शर्मा), आदि समेत शो के मुख्य कलाकार खुशी से भरे इस पल का जश्न मनाने के लिये इकट्ठा हुए और उन्होंने 200 एपिसोड पूरे होने की अपनी बेहतरीन यात्रा पर बात की। 200 एपिसोड पूरे होने पर, यशोदा की भूमिका निभा रहीं नेहा जोशी ने कहा,‘‘ दूसरी मां में यशोदा का किरदार निभाने का मेरा सफर शानदार रहा है। यह सब मेरी टीम और दर्शकों के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद है। यशोदा घर-घर में मशहूर हो गई हैं, और उनके और कृष्णा (आयुध भानुशाली) के बीच के बंधन ने टीवी पर मां-बेटे की जोड़ी के लिए एक नया ट्रेंड सेट किया है। इम्तियाज जी और अमिताभ जी का बहुत-बहुत धन्यवाद, यह शो मुझे भावनाओं के एक रोलरकोस्टर के माध्यम से ले गया है, और मैं रोमांचित हूं कि हम यहां तक पहुंचे हैं। यह उपलब्धि हमें अपने दर्शकों का मनोरंजन जारी रखने और और भी अधिक मील के पत्थर तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती है! उत्सव को जारी रहने दें!’’ कृष्णा की भूमिका निभा रहे आयुध भानुशाली ने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिये बहुत खास पल है! मुझे बहुत खुशी है कि हम 200 एपिसोड्स तक पहुँचे हैं। यह एक बेहतरीन सफर रहा और हम एक बड़े परिवार की तरह हो गये हैं। इस बेजोड़ उपलब्धि के लिये टीम के हर सदस्य को बधाई!’’
अशोक की भूमिका निभा रहे मोहित डागा ने कहा, ‘‘दूसरी माँ’ की टीम का हिस्सा बनने का सफर खुशनुमा रहा। मुझे मुश्किल से यकीन हो रहा है कि हम 200 एपिसोड्स की शानदार उपलब्धि पर पहुँच गये हैं! इस शो को सफल बनाने के लिये पूरी टीम ने अपना सबसे बेहतरीन प्रयास किया है, जिस पर मुझे बहुत गर्व है। मेरे लिये सबसे बेहतरीन रहा हमारे दर्शकों से मिला बहुत सारा प्यार और समर्थन। मैं हमारी प्रोडक्शन टीम, सारे कलाकारों और क्रू तथा चैनल एण्डटीवी को इस उपलब्धि पर बधाई देता हूँ।’’ रणधीर शर्मा की भूमिका निभाने के लिये हाल ही में इस शो से जुड़े दर्शन दवे ने सार को संजोते हुए कहा, ‘‘मैं इस शो से हाल ही में जुड़ा हूँ और इस शानदार जश्न का हिस्सा बनकर उत्साहित हूँ। इस शो को इतना सफल बनाने के लिये दिन-रात मेहनत करने वाली टीम को बधाई। रणधीर का किरदार निभाना मेरे लिये एक बेहतरीन अनुभव रहा है और मुझे दर्शकों से इतनी बेहतरीन प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी। यह सचमुच बेहतरीन है। हम नई-नई उपलब्धियाँ हासिल करने और भविष्य में और भी बड़ी सफलता पाने के लिये प्रतिबद्ध हैं। यह तो सिर्फ शुरूआत है और अभी बहुत कुछ आना बाकी है!’’
200वां एपिसोड 26 जून को प्रसारित होगा! देखते रहिये ‘दूसरी माँ’, हर सोमवार से शुक्रवार रात 8ः00 बजे, सिर्फ एण्डटीवी पर!